फेस टू फेस टीचिंग ( दूसरा हफ्ता )
फेस टू फेस टीचिंग का दूसरा हफ्ता 17 फरवरी से शुरू किया।मैंने पढ़ाने केलिए उजाला का बाकि भाग, दोहा, खूबसूरत अनुभूति है एवेस्ट और दो व्याकरण भी लिया । इसमें से उजाला कहानी बच्चों को डायरी के रूप में एक नवीन तरीके से लिया । सृजनात्मक प्रतिमान, आगमन चिंतन प्रतिमान, अग्रिम संगठक प्रतिमान आदि के द्वारा कक्षा लेने से बच्चों की ज्ञान बढ़ाने में अवसर मिला । छात्रों की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी थी। निदानात्मक परीक्षा चलाने के लिए बच्चों को व्हाट्सप्प द्वारा गूगिल फार्म भेजा । बच्चों की कठिनाई स्तर को जानकर फिर मैंने उपाच्य शिक्षण दिया । पुनः परीक्षा केलिए कुछ प्रश्न देकर उनकी मूल्याकंन की। उनकी निष्पादन स्तर जानने केलिए अंत में एक उपलब्धि परीक्षा संचालित की । इस परीक्षा के माध्यम से बच्चों की खूबियाँ और कमियाँ को जानने का अवसर मिला । फेस टू फेस टीचिंग से मुझे अपनी शिक्षण प्रक्रिया में सुधार लाने केलिए गुण हुआ । साथ ही मुझे अपनी क्षमताओं को पहचाने का अवसर मिला । मेरी आत्मविश्वस और बढ़ गयी। मेरे लिए यह एक अलग अनुभव था।